राग : भुपालि (छोटा ख्याल)

 



राग
: भुपालि

शास्त्रीय परिचय

जति:  षाड़ब​-ओड़ब

थाट​: कल्याण

वादी: गन्धार (गा)

सम्वादी: धैवत (धा)

 

आरोह​:        सा रे गा पा धा सां

अवरोह:       सां साधा पा गा रे साधा़ सा

पकड​:         गा रे पा गा, गा रे साधा़ सा

 

गायन समय:

रात्री का प्रथम प्रहर


विषेशत्व​:

इस राग में मध्यम (मा) तथा निषाद (नि) स्वर वर्जित, तथा अन्य स्वर शुद्ध प्रयोग होते हे

 बन्दिश

ताल: त्रीताल (तीनताल​)

 स्थायी: ( मात्रा से आरम्भ​)

सखी री शुनो बाजत बाँशुरीया

निरमल नीरे, यमुना तीरे, गावत सावरीया

 

अन्तरा:

नयन विशाला, गले बनमाला, छननन नूपुरीया

ब्रिन्दावन में, घन कुन्ञन में, नाचत नटवरीया














(Subject to modifications and enhancements)


सुरजीत

~o~

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