NOTATION - "Ruk Ja Raat Thahar Ja Re Chanda" and "Raag Asavari"
गाना: रुक जा रात ठहर जा रे चंदा
चित्रपट: दिल एक मंदिर (
संगीतकार: शंकर – जयकिशन
गीतकार:
शैलेन्द्र
गायक: लता मंगेशकर
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Title: Ruk Jaa Raat Thahar Jaa Re Chandaa
Film: Dil
Ek Mandir - 1963
Music Director: Shankar-Jaikishan
Lyricist: Shailendra
Singer: Lata Mangeshkar
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मुखडा
रुक जा रात - ठहर जा रे चंदा ... बीते न मिलन की बेला
रुक जा रात - ठहर जा रे चंदा ... बीते न मिलन की बेला
आज चांदनी की नगरी में ... अरमानों का
मेला
रुक जा रात - ठहर जा रे चंदा ... बीते
न मिलन की बेला
आज चांदनी की नगरी में ... अरमानों का
मेला
रुक जा रात - ठहर जा रे चंदा ...
(१)
पहले मिलन की - यादें लेकर … आई है
ये रात सुहानी
पहले मिलन की - यादें लेकर … आई है
ये रात सुहानी
दोहराते हैं फिर ये सितारे … मेरी तुम्हारी
प्रेम कहानी
… मेरी तुम्हारी प्रेम कहानी
रुक जा रात - ठहर जा रे चंदा ... बीते न मिलन की बेला
आज चांदनी की नगरी में ... अरमानों का
मेला
रुक जा रात - ठहर जा रे चंदा ...
(२)
कल का डरना, काल की चिंता ... दो तन है
मन एक हमारे
कल का डरना, काल की चिंता ... दो तन है
मन एक हमारे
जीवन सीमा के आगे भी ... आऊँगी मैं संग तुम्हारे
... आऊँगी मैं संग तुम्हारे
रुक जा रात ठहर जा रे चंदा … बीते न मिलन की बेला
आज चांदनी की नगरी में ...अरमानों का
मेला
रुक जा रात ठहर जा रे चंदा … बीते न मिलन की बेला
आज चांदनी की नगरी में ...अरमानों का
मेला
रुक जा रात ठहर जा रे चंदा
रुक जा रात ठहर जा रे चंदा
रुक जा रात ठहर जा रे चंदा
I have played the song on B-Flat and here is the keyboard/Harmonium layout showing the notes to be used. You may play it on different scale using the same notes as given on the notation below.
स्वरलिपि (NOTATION)
ताल : कहरवा (८ मात्रा) / Taal :
KEHERWA (8 Matras)
Note:
Two Avartan's of the Keherwa Taal is shown on one row to suit to the page setup.
Its not possible to capture all nuances of the original vocal on a notation.
Required improvisation may be done by the singer/instrumentalist over the basic notation.
In case any errors/typo are found, I'd be glad to correct it - please feel free to bring it to my notice.
In case any errors/typo are found, I'd be glad to correct it - please feel free to bring it to my notice.
Hope the notation will be useful. All the Best !
~ End of notation ~
Here is the link to my rendition of the song on Harmonium.
Now lets have a look at the features of the Raga on which the song is based.
राग परिचय
राग ~ आसावरी
- थाट: आसावरी (आश्रय राग)
- विशेषत्व:
- गन्धार
(ग), धैवत (धा) तथा निषाद (नि)
यह तीनो स्वर कोमल
प्रयोग किये जाते है
।
- आरोह
में गन्धार (ग) तथा निषाद (नि)
बर्जित तथा अवरोह में सातो स्वर
प्रयोग किये जाते है
।
- जाति: ओड़व-सम्पुर्ण
- वादी: धैवत (धा)
- सम्वादी: गन्धार (गा)
- गायन समय: दिन का दूसरा प्रहर ।
- रस: श्रॄंगार, करुण
- आरोह: सा रे म प, ध सां
- अवरोह: सां नि ध प, म ग रे सा
- पकड़: रे म प, नि ध प, म प ध, म प ग रे सा
लक्षण गीत
:
आसावरी रागिणी
मधुर
मॄदुल स्वर
ग-ध-नि
चढ़त ग-नि
बरज
थाट सोह श्रॄंगार
करुण रस
ध-ग वादी-सम्वादी
कह अस
गुणी जन गावत
द्वितीय प्रहर दिन सुघर
Thank You Dear Readers
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